माँ अब नींद नहीं आती
बस तेरी याद सताती है
एक शिकायत है तुझसे
अब तू लोरी नहीं सुनाती है
रातें बिन सपनो की हैं
दुनियां बिन अपनों की है
वैसे तो कोई दर्द नहीं
बस तेरी याद रुलाती है
माँ अब नींद नहीं आती
बस तेरी याद सताती है
एक शिकायत है तुझसे
अब तू लोरी नहीं सुनाती है ||
“ऋतेश “
Rula diya tune to..