डबडबाई दो झीलों से बह चलीं
खारे पानी की नहरें
बात कुछ नहीं, बस उनकी याद आ गयी
और छू गयीं, किनारों को लहरें!
My perception about life
POEM PANORAMA
मैं खुश हूँ इसका उसे कोई गम है
वो खुश है इसका मुझे कोई गम है
मतलब साफ़ है, ऐ मेरे यारों
यहां भी कोई गम है, वहाँ भी कोई गम है!
My perception about life
POEM PANORAMA
"कवितायेँ माध्यम हैं
अपनी संवेदनाओ को बताने की"
My perception about life
POEM PANORAMA
बात वो नहीं जो तुम समझ रहे हो
फर्क सिर्फ अंदाज़े-बयां का है
ये सन्नाटा कुछ और नहीं, अंदेशा किसी बड़े तूफ़ान का है
लगता है बदलेगी तस्वीर ज़िंदगी की
दोबारा लिखी जाएगी तक़दीर ज़िंदगी की
इस नयेपन पे मत जाओ, अंदाज़ा किसी बड़े बदलाव का है!
My perception about life
POEM PANORAMA
मर्ज़ियाँ मोड़ दी तुमने तो राह बदल गई
अर्ज़ियाँ मानते तो हम मुसाफिर नहीं होते!
My perception about life
POEM PANORAMA
तेरी यादों का तुझसे मुकम्मल कोई और खरीददार नहीं
इक एहसान कर, ले जा इन्हे मुझसे औने-पौने दाम पर