!["तेरी मीठी रातों से इक रात चुराने आया हूँ"](https://poempanorama.in/wp-content/uploads/2014/09/89b868c4-4115-46e3-bd89-f4330ac587ca-420x315.jpg)
"तेरी मीठी रातों से इक रात चुराने आया हूँ"
तेरी मीठी रातों से इक रात चुराने आया हूँ तेरी नीली आँखों से कुछ ख्वाब चुराने आया हूँ ना दे इल्ज़ाम तू चोरी का, मैं चोर नहीं दीवाना हूँ इस रात की बस औकात मेरी, मैं नन्हा इक परवाना हूँ ले चलूँ तुझे तारों की छाँव, आ चल मैं लेने आया हूँ तेरी मीठी रातों…