“तू परेशान है तो आसानी किसको है”
तू परेशान है तो आसानी किसको है सब कुछ यूँ ही मिल जाये तो परेशानी किसको है वो बहक गया देखा – देखी कल मै भी जो बहक जाऊं तो हैरानी किसको है लुट रहा है मुल्क चलो हम भी कुछ लूट लें मुफ्तखोरी से भला इस मुल्क में बदहज़मी किसको है तू परेशान है…