Hindi Shayari"सोचिये आज कैसे ये हालात हैं" RItesh Kumar Mishra9 years ago1 year ago01 minsसोचिये आज कैसे ये हालात हैं बदले से सबके खयालात हैं अपनों के लिए वक़्त की कमी है हमे गैरों पे हम इतने मेहरबान हैं“”ऋतेश”Post navigationPrevious: "ऐसा नहीं है तुझे तुझसे छीन रहा हूँ मैं"Next: "हैं ढेरों कश्तियाँ सामने मेरे"Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment *Name * Email * Website Δ